बिहार से हूँ तो इसका सुख दुःख भी साथ लगा रहता है
कोई भी तबका हो किसी भी उम्र का हर बच्चा जो मोबाइल फोन उठा सकता हो, उसके फोन में अश्लील भोजपुरी गानो और नांच प्रोग्राम के भद्दे नौटंकी वाले वीडियो रहते ही है। भोजपुरी भाषा को देश में ही नहीं अंतराष्ट्रीय मंच तक ले जाने में, उसे ख्याति दिलाने में भोजपुरी के सितारों पर हमें गर्व तो हैI लेकिन हमे ये स्वीकार करना पड़ेगा की सिर्फ भोजपुरी भाषी के ही आने वाली पीढ़ी इस अश्लीलता की चपेट में है, और हम यूँ ही आंखे बंद किए कब तक इसे बढ़ते देखते रहेंगे ? भोजपुरी भाषी क्षेत्रो के राजनेताओ के मेहरबानियों के अपेक्षा में हम खुद भी कूछ करना नहीं चाहते I आम आदमी या तो कोशता रह जाता हैं या फिर अपना माथा मात्र ठोक कर I पैसो के लिए कुकुरमुत्ते जैसे पनपने वाले गायक और उनके अविभावक उमर का भी लिहाज नहीं कर रहे है, आखिर इसको कौन रोकेगा ? बिहार और उ.पी. की ये भी एक बिडम्बना हैं, अश्लीलता परोसने वालों के खिलाफ, अश्लीलता रोकने के बारे में सोचना भी सोचने वालो को महंगा पड़ सकता हैं Iफिर भी कुछ मतलबी लोगो के वजह से पूरी पीढ़ी को हम बर्बाद होते कैसे देखते रह सकते हैंI एक जन आंदोलन की जरुरत है, और इस आंदोलन में भोजपुरी सितारें ही अपनी चमक से हर एक को अपनी ओर खीचने की पहल कर सकते हैं I एक अहम भूमिका निभा सकते हैं I